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बैतूल में जन्मी दुर्लभ जलपरी जैसे बच्चे की 10 घंटे बाद मौत – Madhya Pradesh Voice

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बैतूल में जन्मी दुर्लभ जलपरी जैसे बच्चे की 10 घंटे बाद मौत


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14/12/2024 8:00 PM Total Views: 63629

बैतूल। भैंसदेही तहसील के एक गांव में शनिवार को एक जलपरी जैसे बच्चे का जन्म हुआ, जो दुर्भाग्यवश केवल 10 घंटे में ही जीवन की सात्त्विकता को क्षीण कर गया। बच्चे का पैर मछलियों के पंख की तरह जुड़े हुए थे, जिसे मेजर कंजेनिटल मालफॉर्मेशन के रूप में पहचाना गया। इस स्थिति को मरमेड सिंड्रोम या सिरेनोमेलिया के नाम से जाना जाता है, जो एक लाख बच्चों में से एक में देखने को मिलती है।

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19 वर्षीय महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। वहां, बच्चे का जन्म हुआ, जो जन्म के समय काफी कमजोर था और उसे तुरंत जिला अस्पताल रेफर किया गया। चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे के शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह चिपका हुआ था, जिससे उसका लिंग निर्धारण भी संभव नहीं हो पाया।

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डॉ. जगतीश घोरे, शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया कि बच्चे के जन्म के समय उसकी हालत गंभीर थी। उसे सांस लेने में समस्या हो रही थी और उसका दिल भी ठीक से काम नहीं कर रहा था। हालांकि, बच्चे की मां की स्थिति सामान्य है। यह महिला की पहली गर्भावस्था थी और गंभीर पोषण की कमी के चलते बच्चे में जन्मजात दोष उत्पन्न हुए।

डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह के जन्मजात दोषों के पीछे कई कारक हो सकते हैं, जैसे गर्भावस्था के दौरान मां के पोषण की कमी, आवश्यक पोषक तत्वों की अनुपस्थिति, और गर्भकाल में उचित देखभाल की कमी। इस घटना ने समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण और चिकित्सकीय देखभाल कितना आवश्यक है।

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